बाड़मेर , सीमावर्ती बाड़मेर जिला कई बार अंतरराष्ट्रीय तस्करी की घटनाओं की वजह से सुर्खियों में रहा है,लेकिन इस बार एक नए अपराध ने दस्तक देनी शुरू कर दी है और उस अपराध को स्थानीय लोगों की बजाय बाहरी लोग अंजाम दे रहे है । ऑनलाइन ठगी,फ्रॉड कॉल इनके मुख्य हथियार है , बाहर के इलाकों से सक्रिय ये ठगी गैंग के लोग अपना शिकार ढूंढ कर किसी भी अनजान मोबाइल नंबर पर फ़ोन करते है बाद में उनके निशाने पे लिए हुए पुरुष या महिला को ये बताते है कि इनामी लॉटरी के विजेता के रूप में आपके मोबाइल नंबर का चयन हुआ है आपने बहुत बड़ी राशि जीती है उसे लेने के लिए आप हमारे द्वारा दिये गए एकाउंट नंबर पर कुछ हजार पैसा ट्रांसफर कीजिये 24 घंटे के अंदर जीती हुई इनामी राशि आपके खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी । यह सब बातें सुनकर कॉल उठाने वाला इनकी बातों में आ जाता है और फौरन इनके द्वारा बताई हुई राशि बड़ी रकम के लालच में आकर ठग द्वारा बताए गए खाते में ट्रांसफर कर देता है और बस यही गलती उसे ठगी का शिकार बनाती है ।
इस प्रकार की दो घटनाएं शिव तहसील के पोषाल गांव में भी सामने आई
जिसमे प्रथम घटना में एक युवक के पास फ़ोन आता है कि आपने 95 लाख की गाड़ी जीती है आप बहुत लकी कस्टमर हो और आपको अपनी गाड़ी अपने घर तक डिलीवर कर दी जाएगी जिसके लिए आपको बारह हजार रुपये कंपनी के एकाउंट में ट्रांसफर करावने होंगे । ठगी का शिकार होने वाले शख्स ने प्रथम किश्त में 12000 रुपये उनके खाते में करवाए और बाद में अलग अलग कारण बताकर और भी बड़ी रकम ठगी करने वाले ने ऐंठ ली । बाद में बार बार राशि मांगने पर और कोई सकारात्मक नतीजा न निकलने पर पता चला कि वो ठगी का शिकार हो चुका है ।
दूसरी घटना में एक युवक को ऑनलाइन बाइक सेल का लालच दिया गया और कहा गया कि सिर्फ 2100 रुपये कम्पनी के खाते में जमा करवा दीजिए और बहुत ही कम कीमत पर एकदम नई बाइक घर ले जाइए । जब बार बार कॉल करने पर उसने फ़ोन नहीं उठाया तो पता चला कि वो भी ठगी का शिकार हो गया है ।
जागरूकता के अभाव में इस तरह की घटनाएं होना चिंताजनक है । समय रहते स्थानीय स्तर पर लोगों की जागरूक करना होगा जिससे इस प्रकार की घटनाएं न हों ।
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