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शुक्रवार, 3 जनवरी 2020

बाड़मेर राजकीय चिकित्सालय में व्यवस्था सुधार के नाम पर मनमानी , भटकने को मजबूर मरीज

बाड़मेर में जिला मुख्यालय पर बने नवनिर्मित राजकीय अस्पताल में बनाए गए नियम कानून आने वाले मरीजों को काफी परेशान कर रहे है। एक और अस्पताल प्रशासन ने  वरिष्ठ नागरिकों, वृद्धजनों और महिलाओं के लिए अलग से अस्पताल के अंदर ही मुफ्त दवाइयों के वितरण के लिए दो नए काउंटर खोले वहीं दूसरी और जानकारी के अभाव में पहले से ही मौजूद पुराने अनुबंधित मुफ्त दवा वितरकों के पास जाने वाले महिलाओं और वृद्धजनों को नए काउंटर पर भेजा जा रहा है । नए बने काउंटर नंबर 1A के बाहर साफ साफ लिखा हुआ हैं महिलाओं के लिए पर वहां दवाईयां दी जा रही थी वृद्धजनों और  वरिष्ठ नागरिकों को तथा काउन्टर  नम्बर 4A के बाहर लिखा हुआ था वरिष्ठ नागरिकों के लिए पर वहां दवाएं दी जा रही थी महिलाओं को ।  1A पर जब एक महिला काफी   लंबी लाइन में लगने के बाद जब काउन्टर तक पहुुंचीं तो वहाँ खड़े  वितरक ने  दवाई देने से मना कर दिया , महिला ने काफी अनुुुरोध करने के बावजूद भी दवाइंया नही दी गई  अंत मे जब बात बहस तक  पहुँची तो उन्होंने ये कह कर मना कर दिया कि आपको जो करना है कर लो यहाँ जो हम चाहेंगे वही होगा । अस्पताल  कर्मचारियों का यही रवैया शिक्षित लोगों को   भी अनपढों की लाइन में खड़ा करता है ।