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सोमवार, 31 अगस्त 2020

मेहरबान हुए मेघराज जमकर बरसे बदरा ।

पोषाल और आसपास के क्षेत्रों में इस साल बादल रूठे रूठे से बिन बरसे ही जा रहे थे , हालांकि कहीं कहीं बरसात अच्छी हुई थी पर इतनी भी नहीं कि फसल पकने तक पर्याप्त हो । अगस्त में सक्रिय हुए मानसून ने काफी गांवों के किसानों को मायूस कीया पर उनकी मायूसी इस बार रौनक में बदल गई और रविवार शाम को 4बजे शुरू हुई बरसात देर रात 1 बजे तक चली और पिछले कई दिनों से सूखे पड़े इलाकों को तर बतर कर दिया ।

शुक्रवार, 5 अक्तूबर 2018

सङक नवीनीकरण के नाम पर घोटाला, खुलेआम नियमों की अवहेलना।

शिव (बाङमेर) कुछ दिन  पूर्व खारिया तला से पोषाल सङक का नवीनीकरण का काम पूरा कर दिया गया।
परन्तु नियमानुसार जो काम होना था वो हुआ नहीं।
सङक का डामरीकरण तो हो गया परन्तु डामर की पटल के दोनों ओर जो छ फुट की ग्रेवल पटरी होती हैं उस पर जरा सा भी ध्यान नहीं दिया गया।
ग्रेवल पटरी और डामर परत के लेवल को मिलाया नहीं गया जिससे सङक  डामर परत की किनारों से टूटना शुरू हो गई है।
ग्रेवल पटरी के गड्ढों को भरा नहीं गया , पानी की पाइपलाइन बिछाने के लिए ग्रेवल पटरी को खोदा गया जिसकी खाई भी ठेकेदार ने सही से नहीं भरवाई जिसकी गहराई से कभी भी बङा हादसा हो सकता है।

रविवार, 1 अप्रैल 2018

विद्युत विभाग की अनदेखी के चलते हादसे को न्योता दे रहे तार व क्षतिग्रस्त खम्भे ।

पोषाल । ग्राम पंचायत मुख्यालय से लगभग दो किलोमीटर दूर विद्युत खम्भो पर ढीले तार कई दिनो से हादसे को न्योता दे रहे हैं,  विभागीय कर्मचारी रखरखाव कार्यक्रम चलाकर खानापूर्ति कर रहे है।
सिर्फ 200 मीटर के दायरे में ही ढीले तार और क्षतिग्रस्त खम्भे है। तार पेङो को छू रहे है और क्षतिग्रस्त खम्भे सिर्फ बैलेंसिग तार के जरिए खङे है।
कई बार सूचित करने पर भी ध्यान नहीं दिया गया।
जिससे वर्षा ऋतु में दुर्घटना की आशंका और भी बढ़ जाती है।

रविवार, 10 दिसंबर 2017

मौसम का मिजाज बदला, अचानक बौछारों के साथ बूंदाबांदी..

शिव | क्षैत्र के कुछ इलाकों में मौसम के रुख बदलने से तापमान में गिरावट दर्ज की गई  जिससे ठिठुरन और  बढ गई|
रात्रि तीन बजे अचानक बूंदाबांदी शुरू हुई और बाद में फुहारें भी आयी | तापमान में गिरावट से किसानों के लिए भी अच्छी खबर है, जिससे फसल को नुकसान नहीं होगा और समय पर फसल निकल आएगी |