बुधवार, 6 अक्तूबर 2021

दस महीने से लापता कायम की बस्ती निवासी युवक का झारखंड में होने के समाचार , घर वापसी के प्रयास की जरूरत ।

 

लापता युवक
बाड़मेर । शिव तहसील की ग्राम पंचायत कायम की बस्ती निवासी पचास वर्षीय मानसिक विक्षिप्त युवक पिछले 10 महीने से लापता है । परिजनों के लाखों प्रयास के बावजूद कुछ दिन पहले तक कोई अता पता नहीं था,पर अब उनके झारखंड होने के समाचारों से एक नई उम्मीद जगी है । झारखंड के धनबाद स्थित एक NGO के फेसबुक पेज पर पिछले दिनों एक पोस्ट शेयर हुई थी जिसकी मुख़्य फ्रेम में बैठा व्यक्ति हूबहू लापता शख्स जैसा ही दिख रहा है हालांकि पक्की पुष्टि नही हो पाई है फिर भी परिजनों के अनुसार तस्वीर में बैठा शख्स लापता गुड़ु खान ही है । धनबाद के NGO ROTI BANK DHANBAD के फेसबुक पेज पर शेयर तस्वीर के आधार पर लोगों ने उनका पता लगाने के लिए NGO से जुड़े कुछ लोगों से भी संपर्क किया पर नतीजा सिर्फ ढूंढने में मदद करने का ही रहा । लापता युवक मानसिक विक्षिप्त है , सामान लेने के लिए घर से निकला था । गलत रुट की बस पकड़ने की वजह से कहीं दूर गांव या शहर निकल गया और अनपढ़ होने की वजह से वापिस अपने गांव न आ सका ।

लापता गुड़ु खान गरीब परिवार से है और घर मे बूढ़ी माँ का एकमात्र सहारा था ।
इनके एक भाई की पहले ही सड़क दुर्घटना में मौत हो चुकी है जिनकी विधवा बीवी और बच्चों का भी सहारा था । 
परिवार की सरकार और भामाशाहों से अपील है कि गुड़ु खान को ढूंढने में मदद कर के घर वापसी के लिए प्रयास में मदद करें ।

रविवार, 26 सितंबर 2021

पोषाल में प्रशासन गांव के संग अभियान चौदह अक्टूबर को, कई विभागों के कर्मचारी करेंगे काम का निपटारा

पोषाल । राजस्थान सरकार ने इस बार प्रशासन गांव के संग अभियान पुनः शुरू कर दिया है । जिसमे कई विभागों के कर्मचारी उपस्थित रहकर ग्रामीण जीवन मे आने वाली हर सार्वजनिक और व्यक्तिगत समस्याओं का निवारण करेंगे । साथ ही अभियान को सफल बनाने हेतु इस बार पुरानी तर्ज पर भी निम्न विभागों को शामिल किया गया है
अभियान में निम्न विभाग होंगे शामिल :
1. राजस्व एवं उपनिवेशन विभाग
2. ग्रामीण विकास एवं पंचायतीराज विभाग
3. जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी एवं भू-जल विभाग
4. कृषि विभाग
5. जनजाति क्षेत्रीय विकास विभाग
6. ऊर्जा विभाग
7. सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता विभाग
8. सैनिक कल्याण विभाग
9. महिला एवं बाल विकास विभाग
10. चिकित्सा एवं स्वास्थ्य परिवार कल्याण विभाग
11. खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति विभाग
12. आयोजना विभाग
13. पशुपालन विभाग
14. श्रम विभाग
15. आयुर्वेद एवं भारतीय चिकित्सा पद्धति विभाग
16. शिक्षा विभाग
17. सार्वजनिक निर्माण विभाग
18. सहकारिता एवं राजस्थान कोऑपरेटिव डेयरी फेडरेशन लि.
19. वन विभाग
20. रोडवेज
21. जल संसाधन

बुधवार, 1 सितंबर 2021

फिर से रूठे मेघ,सितंबर की शुरुआत भी हल्की बूंदाबांदी से

शिव । अकाल की आहट के बीच पशुधन के चारे की उम्मीद लिए बैठे किसानों की निगाहें सितंबर मे सक्रिय मानसून पर थी ,जो फिलहाल टूटती नजर आ रही है ।सितम्बर की शुरुआत हल्की बूंदाबांदी से हुई जोकि पशुपालकों के लिए अच्छे संकेत नहीं है । पर्याप्त बरसात न होने के कारण बुवाई के समय बोई हुई फसलें भी अब आधी से ज्यादा जल चुकी है । पश्चिमी राजस्थान एक बार फिर भीषण अकाल का सामना करने जा रहा है ।

सोमवार, 28 सितंबर 2020

धन्यवाद पोषाल .....

गाँव बस पांच साल में एक बार अपना हक़ मांगता है और ये हक़ हर पांच साल बाद हमको हमारा संविधान देता है कि जिस गाँव से तुम्हारी पहचान है उस गाँव के निर्माण में तुम आज भागीदारी ले सकते हो "चुनाव" 

"गाँव"के नाम में ही खुबसुरती हुआ करती है जो हर किसी को प्यारी है चाहे वो गाँव का किसान हो या किसी बड़े शहर का आम नागरिक । हर किसी कि गाँव पसंद बन जाता है कारण ये ही कि यहाँ सुकून है, अमन है,चैन है एक दूसरे का ख़्याल रखने वाले लोग हैं । यहाँ आसमान से लेकर मिट्टी के हर कण में समाहित खुशबू गुनगुनाते हुए सब को मोहित करती है, ये ही खुशबू सब को जोड़ कर रखती है,खुशी हो या गम सब को एक रखने का प्रयास करती है, हाँ मतभेद होते हैं जो कि जरुरत है समय कि, जिससे तालमेल बना रहे क्योंकि अति का अर्थ ही अंत है फ़िर चाहे वो आपसी प्रेम कि हो या फ़िर घृणा की । जिस गाँव में हम हैं उसी के नाम से हमारी पहचान है, गाँव ने हमारे लिए बहुत कुछ किया है और आगे भी करता रहेगा बस जरूरत है तो इसकी रीड्ड कि हड्डी को मजबूत बनाये रखने कि । हम उम्र के पड़ाव में चेहरे कि सलवटो व कमर के झुकाव के साथ जरुर बुड्ढे हो जाते हैं मगर ये गाँव हमेशा जवान रहना चाहिए और जब तक हमारी सोच गाँव के प्रति रहेगी ना कि खुद के प्रति तब तक गाँव कि महक यों ही बनी रहेगी जिस गाँव ने हमें इतना कुछ दिया है वो गाँव बस पांच साल में एक बार अपना हक़ मांगता है और ये हक़ हर पांच साल बाद हमको हमारा संविधान देता है कि जिस गाँव से तुम्हारी पहचान है उस गाँव के निर्माण में तुम आज भागीदारी ले सकते हो "चुनाव" 
देश कि सब से छोटी ईकाई जिसका फ़ैसला सोच समझ कर करना बेहद जरुरी है व समय कि ये ही माँग है कि जो मजबूत होगा वो ही खड़ा रहेगा 
चुनाव सिर्फ़ ये तय नहीं करते कि  हमारा सरपंच कौन होगा चुनाव अगले पांच साल का भविष्य तय करते हैं चुनाव तय करते हैं कि गाँव के युवाओं का भविष्य क्या होगा ?
चुनाव ही तय करते हैं कि गाँव के प्रति हमारा कितना प्रेम है | 

सोमवार, 31 अगस्त 2020

मेहरबान हुए मेघराज जमकर बरसे बदरा ।

पोषाल और आसपास के क्षेत्रों में इस साल बादल रूठे रूठे से बिन बरसे ही जा रहे थे , हालांकि कहीं कहीं बरसात अच्छी हुई थी पर इतनी भी नहीं कि फसल पकने तक पर्याप्त हो । अगस्त में सक्रिय हुए मानसून ने काफी गांवों के किसानों को मायूस कीया पर उनकी मायूसी इस बार रौनक में बदल गई और रविवार शाम को 4बजे शुरू हुई बरसात देर रात 1 बजे तक चली और पिछले कई दिनों से सूखे पड़े इलाकों को तर बतर कर दिया ।

शुक्रवार, 3 जनवरी 2020

बाड़मेर राजकीय चिकित्सालय में व्यवस्था सुधार के नाम पर मनमानी , भटकने को मजबूर मरीज

बाड़मेर में जिला मुख्यालय पर बने नवनिर्मित राजकीय अस्पताल में बनाए गए नियम कानून आने वाले मरीजों को काफी परेशान कर रहे है। एक और अस्पताल प्रशासन ने  वरिष्ठ नागरिकों, वृद्धजनों और महिलाओं के लिए अलग से अस्पताल के अंदर ही मुफ्त दवाइयों के वितरण के लिए दो नए काउंटर खोले वहीं दूसरी और जानकारी के अभाव में पहले से ही मौजूद पुराने अनुबंधित मुफ्त दवा वितरकों के पास जाने वाले महिलाओं और वृद्धजनों को नए काउंटर पर भेजा जा रहा है । नए बने काउंटर नंबर 1A के बाहर साफ साफ लिखा हुआ हैं महिलाओं के लिए पर वहां दवाईयां दी जा रही थी वृद्धजनों और  वरिष्ठ नागरिकों को तथा काउन्टर  नम्बर 4A के बाहर लिखा हुआ था वरिष्ठ नागरिकों के लिए पर वहां दवाएं दी जा रही थी महिलाओं को ।  1A पर जब एक महिला काफी   लंबी लाइन में लगने के बाद जब काउन्टर तक पहुुंचीं तो वहाँ खड़े  वितरक ने  दवाई देने से मना कर दिया , महिला ने काफी अनुुुरोध करने के बावजूद भी दवाइंया नही दी गई  अंत मे जब बात बहस तक  पहुँची तो उन्होंने ये कह कर मना कर दिया कि आपको जो करना है कर लो यहाँ जो हम चाहेंगे वही होगा । अस्पताल  कर्मचारियों का यही रवैया शिक्षित लोगों को   भी अनपढों की लाइन में खड़ा करता है ।

शुक्रवार, 8 नवंबर 2019

फिजिशियन सैम्पल बेचकर खुली लूट , नींद में चिकित्सा विभाग और सरकार

बाड़मेर ।( शिव )सर्दी का मौसम शुरू होते ही वायरल बुखार , जुकाम और डेंगू जैसे रोगों के मरीज बढ़ने शुरू हो गये है । मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए चिकित्सा विभाग और सरकार ने भी बचाव,लक्षण और उपचार के निर्देश जारी कर दिए है , ये सब बातें समझ जब आये तब सामने वाला साक्षर और जागरूक हो । ग्रामीण इलाकों में ऐसी भी आबादी बसती है जो आर्थिक और शैक्षिक तौर पर पिछड़ी हुई है जब भी उनके परिवार के किसी सदस्य को स्वास्थ्य संबंधित समस्या हो तब ये लोग निकटवर्ती मेडिकल पर जाते हैं वहाँ पर बैठे नौसिखिया मेडिकलकर्मी इनके सेहत से खिलवाड़ करते है वो तो अलग पर इन्हें फिजिशियन सैम्पल दवाएं मनमाफिक दामों में थमाते है जिन पर कोई एमआरपी दर्ज नहीं होती । ड्रग इंस्पेक्टर और अन्य आला कर्मचारियों की अनदेखी और साठगांठ के चलते आम इंसान लूटा जा रहा है ।